हुआ जब एहसास उन्हें मोहब्बत का
चाह के भी मुझे पा न सके
दर्द था उनको भी दर्दे दिल का
पर मेरा सहारा पा ना सके
मेरे क़रीब आने की कोशिस में
सारी रात वह मेरे सिरहाने रोते रहे
हुआ था सफर पूरा उन्हें मनाने मे
इसलिये हम मजबूर कब्र में सोते
चाह के भी मुझे पा न सके
दर्द था उनको भी दर्दे दिल का
पर मेरा सहारा पा ना सके
मेरे क़रीब आने की कोशिस में
सारी रात वह मेरे सिरहाने रोते रहे
हुआ था सफर पूरा उन्हें मनाने मे
इसलिये हम मजबूर कब्र में सोते